भारत में हर आठ मिनट में एक महिला की मृत्यु सर्वाइकल कैंसर के कारण होती है। इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए SPSS
फाउंडेशन और CAPED ट्रस्ट ने राजसमंद जिले को सर्वाइकल कैंसर मुक्त बनाने की मुहिम शुरू की है। दिनांक 3 जुलाई 2024 को भिम ब्लॉक CHC में NCD कार्यक्रम के तहत ASHA प्रशिक्षण का आयोजन किया गया,
जिसमें सर्वाइकल कैंसर के बारे में जानकारी दी गई और इसे कैसे रोका जा सकता है, इस पर चर्चा की गई। ASHA कार्यकर्ताओं की महत्त्वपूर्ण जिम्मेदारी पर SPSS फाउंडेशन और
CAPED ट्रस्ट के जिगर वैष्णव और रवि सिसोदिया ने प्रशिक्षण दिया। इस प्रशिक्षण में 104 ASHA कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।रवि सिसोदिया ने बताया कि यह परियोजना ग्लोबल HPV कैंसर फ्री और अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के सहयोग से की जा रही है।
राजसमंद जिले की जिम्मेदारी SP सेवा संस्थान फाउंडेशन (SPSS फाउंडेशन) को CAPED इंडिया द्वारा दी गई है, ताकि जिले को सर्वाइकल कैंसर मुक्त बनाया जा सके। राजसमंद जिला स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर यह
परियोजना सफलतापूर्वक संचालित की जा रही है और इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया है।इस मुहिम के तहत प्रशिक्षण में ASHA कार्यकर्ताओं को सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों की पहचान, इसके रोकथाम के उपाय और आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी दी गई। इसके अलावा, महिलाओं को नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच करवाने और जागरूकता फैलाने पर जोर दिया गया।भिम ब्लॉक के BCMO डॉ. प्रवीण सैनी, BPM सुरेश कुमार सैनी, CAPED ट्रस्ट के रवि सिसोदिया, SPSS फाउंडेशन के कार्यकारी निदेशक जिगर वैष्णव, प्रोजेक्ट मैनेजर सत्यप्रकाश, हेमा रावत, जमना चौहान आदि ने इस कार्यक्रम में सक्रिय भूमिका निभाई।SPSS फाउंडेशन और CAPED ट्रस्ट की यह पहल न केवल राजसमंद जिले को सर्वाइकल कैंसर मुक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह महिलाओं को स्वस्थ और सुरक्षित जीवन जीने के लिए प्रेरित करने का एक माध्यम भी है। इस प्रकार की प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से हम समाज में जागरूकता बढ़ा सकते हैं और कैंसर जैसे गंभीर रोगों से निपट सकते हैं। एनजीओ दर्पण न्यूज
फाउंडेशन और CAPED ट्रस्ट ने राजसमंद जिले को सर्वाइकल कैंसर मुक्त बनाने की मुहिम शुरू की है। दिनांक 3 जुलाई 2024 को भिम ब्लॉक CHC में NCD कार्यक्रम के तहत ASHA प्रशिक्षण का आयोजन किया गया,
जिसमें सर्वाइकल कैंसर के बारे में जानकारी दी गई और इसे कैसे रोका जा सकता है, इस पर चर्चा की गई। ASHA कार्यकर्ताओं की महत्त्वपूर्ण जिम्मेदारी पर SPSS फाउंडेशन और
CAPED ट्रस्ट के जिगर वैष्णव और रवि सिसोदिया ने प्रशिक्षण दिया। इस प्रशिक्षण में 104 ASHA कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।रवि सिसोदिया ने बताया कि यह परियोजना ग्लोबल HPV कैंसर फ्री और अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के सहयोग से की जा रही है।
राजसमंद जिले की जिम्मेदारी SP सेवा संस्थान फाउंडेशन (SPSS फाउंडेशन) को CAPED इंडिया द्वारा दी गई है, ताकि जिले को सर्वाइकल कैंसर मुक्त बनाया जा सके। राजसमंद जिला स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर यह
परियोजना सफलतापूर्वक संचालित की जा रही है और इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया है।इस मुहिम के तहत प्रशिक्षण में ASHA कार्यकर्ताओं को सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों की पहचान, इसके रोकथाम के उपाय और आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी दी गई। इसके अलावा, महिलाओं को नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच करवाने और जागरूकता फैलाने पर जोर दिया गया।भिम ब्लॉक के BCMO डॉ. प्रवीण सैनी, BPM सुरेश कुमार सैनी, CAPED ट्रस्ट के रवि सिसोदिया, SPSS फाउंडेशन के कार्यकारी निदेशक जिगर वैष्णव, प्रोजेक्ट मैनेजर सत्यप्रकाश, हेमा रावत, जमना चौहान आदि ने इस कार्यक्रम में सक्रिय भूमिका निभाई।SPSS फाउंडेशन और CAPED ट्रस्ट की यह पहल न केवल राजसमंद जिले को सर्वाइकल कैंसर मुक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह महिलाओं को स्वस्थ और सुरक्षित जीवन जीने के लिए प्रेरित करने का एक माध्यम भी है। इस प्रकार की प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से हम समाज में जागरूकता बढ़ा सकते हैं और कैंसर जैसे गंभीर रोगों से निपट सकते हैं। एनजीओ दर्पण न्यूज
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