Friday, July 10, 2020

कुख्यात अपराधी विकास दुबे के एनकाउंटर होने से सफेद पोशाक धारी अपराधी और मिले अधिकारियों के गुनाहों पर पर्दा

 जिस देश में सुरक्षा के रखवाले सुरक्षित नहीं तो आम आदमी कैसे सुरक्षित रहे पाएगा , जब भी देश की भीतरी  सुरक्षा का अधिकांश भार, 80% पुलिस के कंधों पर है  उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में  बर्बर घटना  को कुछ राजनेताओं और चंद दला अधिकारियों के सरंक्षण में कुख्यात अपराधी विकास दुबे ने अपने गुर्गों के साथ मिलकर 8 पुलिस जवानों को शहीद कर दिया    जिसमें डिप्टी एसपी भी शहीद हो गए  इतनी बड़ी घटना को अंजाम देकर एक अपराधी जिले की सीमा से फरार हो जाता है और सरकार सुरक्षा के घेरे को लेकर चारों तरफ से घिर जाती है  और सरकार हर तरह से अपने ऊपर लगे बदनुमा दाग को धोना चाहती हूं  , योगी सरकार की ओर से वरिष्ठ अधिकारियों को फरमान जारी होता है पूरे प्रदेश की नाकाबंदी कर दी जाए हर जिले के हिस्ट्रीशीटरों का अपराधी फाइलें  खंगाली जाने लगी वह उनसे पूछ ताछ शुरू कर दी जाती है  कुछ वक्त के लिए मानो ऐसा लगता है जैसे कि अपराध की दुनिया का अंत हो गया और सारे अपराधी भूमिगत हो गए इतनी नाकाबंदी के बावजूद भी शातिर अपराधी  दिल दहलाने वाली घटना को अंजाम देकर जिले की सीमा से फरार होकर अन्य राज्यों में छुप जाता है सैकड़ों किलोमीटर चलने के बावजूद उसे कोई भी रास्ते में नहीं टोकता इसे नाकामी न समझा जाए तो क्या  समझा जाए    जबकि सारे देश में कुख्यात अपराधी के फोटो चिपका दिए गए , कुछ बड़े नेताओं और अधिकारियों को यह डर सताने लगा अगर विकास दुबे पकड़ा जाता है तो बहुत सारे राज खुलेंगे और उनकी गर्दन कानून के शिकंजे में होगी   , विकास के सारे काले कारनामे नेताओं और अधिकारियों के सरंक्षण में  कई वर्षों से विकास के काले कारनामे फल फूल रहे थे यही कारण था कि उसने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया अगर समय पर कार्रवाई होती तो 8 पुलिस जवानों की शहादत ना जाती , जिस तरह से शातिर अपराधी विकास दुबे के उज्जैन के महाकाल मंदिर में सरेंडर होने से  कई बड़े नेताओं और अधिकारियों के काले कारनामों  का पर्दा उठाने वाला था यही कारण था उसने साजिश के तहत  मंदिर में सरेंडर किया क्योंकि उसको डर था पुलिस मेरा एनकाउंटर कर देगी , धार्मिक जगह पर पुलिस एनकाउंटर नहीं कर सकती ,इसी वजह से अपनी गिरफ्तारी  प्री प्लान के साथ दी , अब उसके सरेंडर होने से उन नेताओं और अधिकारियों की रातों की नींद हराम हो गई  जो कभी उसके खास समझे जाते थे ,  और 24 घंटे में  एनकाउंटर  होना तमाम  सवाल खड़ा करने को विवश करता है ,   मानो जैसे सोची समझी साजिश के तहत  बचाया जा रहा हो सरंक्षण  देने वाले नेताओं और अधिकारियों को,  क्योंकि विकास  दुबे ,के एनकाउंटर के साथ सारे काले कारनामे इनके दफन हो गए , इसे कहते हैं एक तीर से दो शिकार , वाह रे सरकार,
वास्तविक अगर सरकार नाकामियों को कामियों में बदलना चाहती हो तो उन लोगों पर शिकंजा कसे जिन राजनेता और अधिकारियों के साथ कुख्यात अपराधी विकास दुबे  के रिश्ते बताए जा रहे हैं और उनके नाम और तस्वीरें सामने आ रहे हैं और यह भी रिकॉर्ड अपराधी का  खंगाला  जाए वह किन किन राजनीतिक पार्टियों में रहा उस वक्त उसके क्या-क्या अपराध रहे  और कार्यवाही क्या हुई उनकी हकीकत सामने आनी चाहिए जो राजनीतिक पार्टियों के नेता अपराधों  में शामिल दोषियों को सख्त सजा दिलाने की आवाज उ रवठा रहे    कुख्यात अपराधी विकास दुबे को अपने किए की सजा उसे मिल गई   ,जनता के सामने अन्य दलो की सरकारों के काम काज की  भी हकीकत सामने आनी चाहिए  ,
अब यह देखना होगा अपराधी को सरंक्षण देने वाले गुनहगारों को सजा दिलाने में कब कामयाब होगी सरकार     
बी एस बेदी राष्ट्रीय अध्यक्ष संस्था आप और हम राष्ट्रीय भ्रष्टाचार अपराध मुक्ति संगठन 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳   🌹🌷💐🌸🌺

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