Monday, May 11, 2020

सृजन फाउंडेशन के द्वारा चलाये जा 28 दिवसीय माहवारी स्वच्छता जागरूकता अभियान के अंतर्गत 11वें दिन माताओं ने अपनी बच्चियों के साथ मातृत्व और माहवारी को जोड़ते हुए संदेश दिए

वर्षा शुक्ला ने अपनी बेटियों वैष्णवी-शाम्भवी, शागुफ्ता ने अपनी बेटियों जन्नत-मन्नत एवं संगीता सिंह ने अपनी बेटी संस्कृति के साथ यह संदेश दिया कि उन्हें पीरियड्स हैं तभी वे एक माँ हैं, इसलिए उन्हें पीरियड्स होने पर गर्व है।

यह संदेश देते हुए तीनों माताओं ने हाथ में मेंस्ट्रुअल ब्रेसलेट पहना हुआ था। इस ब्रेसलेट में 28 मोती हैं जिसमें से 23 सफेद और 5 लाल हैं जोकि माहवारी के 5 दिन के प्रतीक हैं। मेंस्ट्रुअल ब्रेसलेट लखनऊ में पहली बार सृजन फाउंडेशन के हिम्मत अभियान के अंतर्गत प्रयोग में लाया गया है। यह ब्रेसलेट इस बात का संदेश देता है कि हमको गर्व है कि हमको पीरियड्स होते हैं और हम इस ब्रेसलेट द्वारा अपनी उस खुशी का इज़हार करते हैं।

साथ ही साथ सभी माताओं ने लाल साड़ी भी पहनी थी जोकि यह संदेश दे रही थी कि महिलाओं के लिए लाल रंग गर्व का प्रतीक होता है तो यह लाल खून शर्म का प्रतीक कैसे हो सकता है?

हिम्मत अभियान के प्रमुख डॉ अमित सक्सेना ने बताया कि यह अभियान माहवारी स्वच्छता दिवस 28 मई तक चलेगा और मदर्स डे तक लगातार माताएं अपने बच्चों के साथ ऐसे संदेश देंगी।

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