Tuesday, January 26, 2021

संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा तीन काले कानूनों के विरोध में आयोजित गणतंत्र दिवस पर किसान ट्रैक्टर परेड में भाग लेने वाले गांव के किसानों का नेतृत्व कर रहे गौरव व विश्वजीत को किया जाएगा किसान रत्न अवार्ड 2021 से सम्मानित करने का निर्णय

लेकिन किसान आंदोलन के लिए इकट्ठा किए गए चंदे को दबाए बैठे किसान को किसान कलंकित अवार्ड देने पर नहीं बनी सहमति

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आपको बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा घोषित तीन काले कानूनों के विरोध में जब से दिल्ली में धरना प्रदर्शन चल रहा है तभी से जनपद शामली का गांव  टिटौली तो आंदोलन में अग्रणी रहा है 8 दिसंबर का कलेक्ट्रेट पर ट्रैक्टर पेड़ हो जिसमें गांव से लगभग 65 ट्रैक्टरों में भाग लिया था जो कि पूरे जनपद के ट्रैक्टरों की संख्या में सबसे अधिक था चाहे अनशन की कॉल रही हो  में भी बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया था लेकिन अफसोस की बात यह रही एक किसान द्वारा किसान आंदोलन में आर्थिक सहायता करने के उद्देश्य से गांव में धन इकट्ठा किया गया


उक्त इकट्ठे धन को दबा कर बैठ गया जिससे गांव के किसानों का मनोबल कमजोर हुआ और उन्होंने लगभग आंदोलन में भाग लेना बंद कर दिया इसका उदाहरण था कि 16 जनवरी को जनपद पर एक बार फिर ट्रैक्टर यात्रा आयोजन किया गया जिसमें हजारों की संख्या में ट्रैक्टर आए लेकिन मात्र टीटोली से 10 ट्रेक्टर ही भाग ले पाए यह उसी इकट्ठे पैसे को खर्च ना करने की प्रतिक्रिया थी जिससे किसानों का मनोबल कमजोर हुआ था और किसान लगभग अपने आप को आंदोलन से  अलग कर चुका था लेकिन गांव के ही 2 युवाओं द्वारा गौरव पुत्र स्वर्गीय ओमपाल सिंह विश्वजीत पुत्र स्वर्गीय जगपाल सिंह जो कि दोनों ही अपने परिवार में इकलौते हैं कि दिल्ली चलने के आह्वान पर गांव के कुछ ग्रामीणों ने उनका साथ दिया वही उनके दिल्ली कूच करने के बाद गांव में रहे

किसानों की अंतर आत्मा ने भी उनको झगड़ा और किसानों ने आंदोलन का पैसा दबाए बैठे किसान की कार्यप्रणाली के चलते जो मनोबल में कमी आई थी उससे ऊपर उठते हुए एक बार फिर जिला मुख्यालय पर ट्रैक्टर तिरंगा यात्रा ने कर साबित कर दिया कि एक आदमी की कार्यप्रणाली से कभी भी कोई आंदोलन कमजोर नहीं होता इसी के चलते आज गांव में एक बैठक का आयोजन किया गया बैठक का आयोजन का एजेंडा था कि गांव के दोनों युवाओं को जिनके कारण गांव के किसानों की अंतरात्मा जागी और एक बड़ी संख्या में लगभग 85 ट्रैक्टर का काफिला जिला मुख्यालय की परेड में शामिल हुआ जो कि कह सकते हैं कि लगभग पूरे जिले से आए ट्रैक्टरों का 90% था ऐसे युवाओं को सम्मानित करने के उद्देश्य से आज की बैठक आयोजित की गई बैठक में प्रस्ताव रखा गया कि दोनों युवकों को किसान  रतन  देकर सम्मानित किया जाए वही एक किसान द्वारा रखे गए प्रस्ताव को सुनकर बैठक के आयोजक बैठक में मौजूद सभी किसान हो सके रह गए किसान ने कहा कि वाकई गर्व की बात है कि हमारे गांव के दोनों युवाओं को गांव किसान रत्न देकर सम्मानित करना चाहता है इससे आगे भी किसान आंदोलन को बल मिलेगा लेकिन मैं चाहता हूं कि एक व्यक्ति द्वारा गांव के पूरे इकट्ठे किए गए धन को दबाए बैठने का काम किया गया उसको भी किसान कलंकित अवार्ड देकर सम्मानित किया जाए इस सुझाव ने बैठक के आयोजकों को भौचक्का कर दिया और वही प्रस्ताव को बैठक ने अस्वीकार कर दिया और कहा कि जो जैसा करेगा वह वैसा भरेगा जिसने जो किया वह उसके साथ हम केवल जिसने हमारी अंतरात्मा को जगाने का काम किया हमारे प्रतिनिधित्व दिल्ली में करने का काम किया इस ऐतिहासिक टैक्टर परेड में गांव का नाम रोशन करने का काम किया आज के बैठक केवल उन को सम्मानित करने के सुझाव आमंत्रित की गई है और उनको सम्मानित करने का काम करेगी सम्मानित करने की तिथि पर अभी विचार नहीं किया जा सकता क्योंकि आंदोलन अभी जारी है लेकिन इतना तय है कि आंदोलन में जो जिस स्तर किसान भाग लेगा उसको गांव सम्मानित करने का काम करेगा अंकिता बैठक की अध्यक्षता कर रहे कुंडू खाप  उत्तर प्रदेश के चौधरी उपेंद्र चौधरी का ने कहा कि दोनों युवाओं को तो किसान रत्न 2021 से सम्मानित कर आ ही जाएगा लेकिन साथ ही साथ जो भी किसान इनके साथ दिल्ली गए थे उन प्रत्येक किसान को एक समान सम्मान से सम्मानित किया जाएगा और रही बात एक अन्य प्रस्ताव की जिसमें कलंकित अवार्ड दिए जाने की बात कही गई शोभा नहीं देती और नहीं इस तरह की पंचायत में बात करनी चाहिए खाप चौधरी ने कहा कि किसानों को सम्मानित करना कोई नहीं पढ़ता नहीं है किसान क्रांति यात्रा 2018 में भाग लेने वाले किसानों को भी सर्व खाप पंचायत द्वारा सम्मानित किया गया था उसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए हम  भी सम्मानित करेंगे उक्त बैठक का आयोजन उपेंद्र चौधरी के आवास पर किया गया

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