Friday, May 22, 2020

अजमेर की क़ौमी एकता भाईचारे की जिसमें तमाम मज़हब के धर्म गुरु और तमाम मज़हब के लोग एक साथ रोज़ा खोलते हैं इससे हिन्दुस्तान मैं ख़ुशी की लहर दौड़ जाती है

हर करम अपना करेंगें ऐ वतन तेरे लिये दिल दिया हैं जाँ भी देंगें ऐ वतन तेरे लिये
अज़ीज़ाने वतन वासियोँ जिस हिम्मत से हम कई रोज़ से कोरोना बिमारी जो की बहुत मजूज़ जान लेवा बिमारी है इसका सामना हम घर मैं रहकर कई रोज़ से अपनी व अपने परिवार और शहर वासियों की जान की हिफाज़त कर रहे हैं ऐसे मैं रमज़ान का महीना भी आ गया अब हमसे रुख़सत विदा भी हो रहा है जो की साल मैं एक बार माहे रमज़ान का मुबारक महीना आता है इस मुबारक महीने का पूरा देश साल भर इन्तेज़ार करता है हर मज़हब के लोग इस मुक़द्दस माहे रमज़ान की फ़ज़ीलत बरकतों रहमतों को हासिल करना चाहता है इस ख़ूबसूरत हिन्दुस्तान मैं ये ख़ासियत सिर्फ हमारे मुल्क़ मैं ही मिलेगी

जहाँ सभी मज़हब के लोग एक साथ बैठकर रोज़ा खोलते हैं यहाँ आपको साफ़ भाईचारा इन्सानियत एखलाक़ नज़र आयेगा जब हमारे हिन्दू भाई अपने मुस्लिम  भाईयोँ को रोज़ा अफ्तार की दावत देते हैं वाकई यक़ीन जानिये इससे ख़ूबसूरत हसीन मन्ज़र कहीं नज़र नहीं आयेगा जब आला मज़हबी लोग धर्मगुरु एक साथ बैठकर रोज़ा खोलते हैं पूरे महीने जगह जगह रोज़ा अफ्तार की दावत का प्रोग्राम होता है इससे ज़्यादा क्या अच्छा भाईचारे की मिसाल मिलेगी हिन्दू भाई मुस्लिम भाईयोँ को रोज़ा अफ्तार एक साथ बैठकर खुलवाते हैं

हर साल हिन्दू भाई अपने मुस्लिम भाईयोँ को रोज़ा अफ्तार दावत का प्रोग्राम रखते हैं सभी मुस्लिम भाईयोँ को रोज़ा अफ्तार की दावत देते हैं एक रोज़ा अफ्तार तो बहुत बड़ी मिसाल है अजमेर की क़ौमी एकता भाईचारे की जिसमें तमाम मज़हब के धर्म गुरु और तमाम मज़हब के लोग एक साथ रोज़ा खोलते हैं इससे हिन्दुस्तान मैं ख़ुशी की लहर दौड़ जाती है सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्ताँ हमारा आज माहे

रमज़ान का अलविदा जुमा है सभी भाइयों ने ज़ोहर की नमाज़ घर मैं अदा की इसी तरह आने वाली ईद की नाज़ाज़ हम घर मैं ही अदा करेंगें हमें कोरोना बीमारी से अपना बचाव करना है ईद की नमाज़ घर मैं कैसे पड़ेंगें इसके लिये अपने अपने शहर क़ाज़ी साहब मुफ्तियाने इकराम आपको बतायेंगें हमें हमारा फ़र्ज़ बड़ी ज़िम्मेदारी से निभाना है और मुल्क़ देश मैं कोरोना से निजात पानी है
खालिद खान समाज सेवी सचिव 9649120272
मोहम्मद आबिद खान अध्यक्ष
दुखियों का सहारा वेल फेयर सोसायटी

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